🔱 सेवा शिविर: कांवड़ यात्रियों के लिए जीवन रक्षक संबल
हर साल श्रावण मास के दौरान जब शिवभक्त दूर-दराज़ से गंगाजल लाने कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं, तब यह केवल एक आस्था की यात्रा नहीं होती — यह एक परीक्षा होती है शरीर, मन और विश्वास की। तेज धूप, लंबी दूरी और सीमित संसाधनों के बीच यह यात्रा बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकती है। ऐसे में ज्योतिस्वर बालाजी सेवा फाउंडेशन द्वारा लगाए गए सेवा शिविर (Seva Camps) यात्रियों के लिए संजीवनी का कार्य करते हैं। 🌿 सेवा का आधार – निःस्वार्थता और श्रद्धा ज्योतिस्वर बालाजी सेवा फाउंडेशन की सबसे बड़ी विशेषता है उसका निःस्वार्थ सेवा भाव। संस्था हर वर्ष कांवड़ मार्ग पर कई स्थानों पर शिविर लगाती है, जहाँ हर शिवभक्त को नि:शुल्क जल, भोजन, दूध, फल, नाश्ता और चाय की सुविधा प्रदान की जाती है। इन शिविरों में कोई भेदभाव नहीं होता – सेवा सभी के लिए समान होती है, चाहे वह पैदल यात्री हो या डाक कांवड़ लेकर चल रहा हो। 🛏️ आराम और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान सेवा शिविरों में केवल भोजन ही नहीं, बल्कि विश्राम के लिए बिस्तर, चटाई, पंखा आदि की भी व्यवस्था रहती है। इसके अलावा, प्राथमिक उपचार केंद्र, डॉक्टर की उपस्थिति और दवाइयों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाती है ताकि कोई भी श्रद्धालु थकान या चोट के कारण यात्रा से पीछे न हटे। 🔌 आधुनिक सुविधा – मोबाइल चार्जिंग और स्वच्छता यात्रा के दौरान मोबाइल चार्जिंग एक महत्वपूर्ण ज़रूरत बन गई है। संस्था ने इस बात को समझते हुए शिविरों में मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स की भी व्यवस्था की है। साथ ही, साफ-सुथरे शौचालय और स्वच्छता सामग्री यात्रियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। 🤝 आप भी बनें सेवा का हिस्सा इन सेवा शिविरों की सफलता के पीछे संस्था के समर्पित स्वयंसेवकों और समाज के सहयोग की बड़ी भूमिका है। यदि आप भी इस पवित्र सेवा में भाग लेना चाहते हैं तो आप स्वयंसेवक के रूप में जुड़ सकते हैं या दान के माध्यम से अपना योगदान दे सकते हैं। “सेवा वही जो बिना स्वार्थ के की जाए, और भक्ति वही जो दूसरों के दुख में काम आए।”– ज्योतिस्वर बालाजी सेवा फाउंडेशन
